
IPS Success Story: कहीं ऐसे लोग होते हैं जो मुश्किलों के आगे हार मान लेते हैं वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो मुश्किलों को चुनौती की तरह स्वीकार करते हैं और आगे बढ़ते हैं. यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षा है और यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए व्यक्ति को काफी मेहनत करना पड़ता है. हमारे देश में कई बच्चे यूपीएससी की तैयारी करते हैं लेकिन इसमें से सफल कुछ ही बच्चे होते हैं.
हमारे देश में कैसे गरीब बच्चे होते हैं जो यूपीएससी का एग्जाम पास करने का सपना देखते हैं और अपने मेहनत के दम पर इस कठिन परीक्षा को पास कर दिखाते हैं. आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी बताएंगे जो 32 सरकारी नौकरी के एग्जाम में फेल हुआ लेकिन हर नहीं माना और अंत में उसने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा हिंदी माध्यम में पास करके दिखाया. इस लड़के का नाम आदित्य कुमार है जो राजस्थान के हनुमानगढ़ का रहने वाला है.
एक दो बार नहीं 33 बार एग्जाम में हुए फेल (IPS Success Story)
आदित्य राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के अजीतपुरा के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने इतनी बड़ी असफलताओं का सामना करना किसी को भी हतोत्साहित करने के लिए काफी है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी भी अपना संकल्प नहीं खोया और बार-बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी.
जब वह इन सभी परीक्षाओं में असफल रहे, तो हार मानने की बजाय उसने यूपीएससी परीक्षा पास करने का एक और बड़ा संकल्प लिया. वर्ष 2013 में वह अपना गांव छोड़कर दिल्ली आ गए और तैयारी शुरू कर दी.
वह यूपीएससी में भी लगातार तीन बार असफल रहे. लोग उन पर ताने कसते थे कि जो व्यक्ति सामान्य परीक्षा पास नहीं कर पाता, वह यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा कैसे पास कर सकता है शायद, किसी को भी उनके दृढ़ निश्चय का अंदाजा नहीं था. वह सामान्य परीक्षाओं में 30 बार और यूपीएससी परीक्षा में 3 बार असफल होने के बावजूद वर्ष 2017 में चौथे प्रयास में यूपीएससी क्रैक करके पूरी कहानी बदल डाली.
पहली बार में UPSC प्रीलिम्स भी नहीं हुए पास
IPS आदित्य कुमार ने न केवल यूपीएससी परीक्षा पास की, बल्कि अपनी रैंक के आधार पर उन्हें आईपीएस कैडर भी मिला. वर्ष 2018 के यूपीएससी रिजल्ट में उन्हें 630वीं रैंक मिली. जो लोग कल तक उनकी असफलता पर ताने कस रहे थे, वे अब उनकी सफलता पर बधाई दे रहे थे. आदित्य आज पंजाब में आईपीएस अधिकारी हैं.

उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुद अपने सफर के बारे में बताया था कि अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) और बैंकिंग जैसी परीक्षाएं शामिल थीं. जब उन्होंने वर्ष 2014 में पहली बार यूपीएससी परीक्षा दी, तो वे प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए थे.