Kargil Vijay Diwas 2024: 1999 में हुए कारगिल का अब 25 साल हो गया है और पूरे देश में आज कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है. कारगिल युद्ध में देश के कई जवान शहीद हो गए और इन जवानों को आज भी देश याद करता है. मध्य प्रदेश के भी कई वीर सैनिकों ने अपना ध्यान दे दिया और मध्य प्रदेश के लोग आज भी उनकी कुर्बानी याद करते हैं…
भिंड जिले के रहने वाले थे तीनों जांबाज (Kargil Vijay Diwas 2024)
कारगिल युद्ध में शहीद होने वाले जवानों में मध्य प्रदेश के तीन जवान थे और तीनों ही भिंड जिले के रहने वाले थे. इसमें द्वितीय बटालियन राजपूताना राइफल्स रेजीमेंट के हवलदार सुल्तान सिंह नरवरिया, लॉन्च नायक करण सिंह और ग्रेनेडीर दिनेश सिंह भदोरिया शामिल थे.
16 जून का दिन लोगों को आज भी याद है
16 जून 1960 को मध्य प्रदेश के भिंड के पिपरी गांव में सुल्तान सिंह नवारिया का शहादत आज भी लोग याद करते हैं. सुल्तान सिंह के बेटे देवेंद्र नववरिया ने बताया कि 1999 में जब कारगिल युद्ध छेड़ा तब पिता घर की छुट्टी आए थे पर पिताजी को फोन आया और सूचना मिलते ही वह जंग के लिए रवाना हो गए.
ऑपरेशन विजय का हिस्सा थे सुल्तान सिंह नरवरिया
शहीद सुल्तान सिंह के बेटे देवेंद्र सिंह बताते हैं कि उनके पिता को ‘ऑपरेशन विजय’ का हिस्सा बनाया गया था। 10 जून को उन्हें एक टुकड़ी का सेक्शन कमांडर बनाया गया था। इस टुकड़ी को आदेश दिया गया था कि पाकिस्तानी सेना के कब्जे में ली गई तोलोलिंग पहाड़ी पर द्रास सेक्टर पॉइंट 4590 रॉक एरिया पर बनी चौकी को आजाद कराना है। 12-13 जून की रात थी और शून्य से भी नीचे तापमान था। ऐसे विपरीत हालात में युद्ध जारी था।
दुश्मन की तरफ से भारी गोलीबारी हो रही थी लेकिन, सुल्तान सिंह नरवरिया भगवान राम के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ते जा रहे थे। दुश्मन की गोलियां खत्म हुई तो उनके कुछ साथी जवान शहीद हो चुके थे।
लांस नायक करण सिंह की वीरता याद करती है दुनिया
भिंड जिले के पूर्व थाना क्षेत्र के सदर गांव के रहने वाले कारगिल युद्ध के वीर योद्धा करण सिंह भी थे. करण सिंह ने देश के लिए अपना सब कुछ निछावर कर दिया था और वह सुना के राजपूत रेजीमेंट के रहने वाले थे. वह कारगिल युद्ध में पाकिस्तानियों को खूब दांत खट्टा किए थे. 16 नवंबर 1999 को कारगिल इलाके में घुसपैठियों से मुठभेड़ में वह शहीद हो गए थे.