Beti Bachao Beti Padhao: भारत सरकार के द्वारा महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए नई-नई स्कीम शुरू की जा रही है. आज भी भारतीय समाज में लड़के लड़कियों के बीच फर्क किया जाता है और लड़कों को ज्यादा स्कूल भेजा जाता है बल्कि लड़कियों को घर में रखकर काम कराया जाता है.
मोदी सरकार के द्वारा बेटी बेटी के बीच सफर को खत्म करने के लिए 2015 में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया गया था. साल 2023 तक इसमें कुछ चीजों को और जोड़ा गया जिसमें स्किल डेवलपमेंट मासिक धर्म में स्वच्छता और बाल विवाह के प्रति जागरूकता का खास ध्यान रखा गया. तो आईए जानते हैं क्या है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान और कैसे इस स्कीम का लाभ मिलता है.
क्या है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान (Beti Bachao Beti Padhao)
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू किया गया था. इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा पर जोर देना है और लिंगानुपात में वृद्धि करना है. जहां बेटियों को स्कूल नहीं भेजा जाता था अब एक बार फिर से ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना के अंतर्गत बेटियों को स्कूल भेजने पर जोर दिया जा रहा है.
इस योजना के अंतर्गत बेटी के नाम से एक खाता खुलवाना होता है और 14 साल पूरे होने तक एक पर धन राशि बैंक में जमा करना होता है. अभिभावक चाहे तो हर महीने ₹1000 भी जमा कर सकता है. बेटी के 14 साल होने तक 168000 जमा करना होता है. इसके बाद जब बेटी है 21 साल की हो जाएगी तब उसे टोटल 6 लाख 7128 दिया जाएगा. बेटी जब बड़ी होगी तो इस पैसे का इस्तेमाल अपनी पढ़ाई के लिए कर सकती है या फिर विवाह में भी उसका इस्तेमाल किया जा सकता है.
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