Business Idea: आज के समय में हर कोई खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहता है और इसके लिए लोग अलग-अलग तरह की फसलों का उत्पादन करते हैं. आज हम आपको एक ऐसे घास के बारे में बताएंगे जो धान गेहूं के तुलना में ज्यादा मुनाफा देता है. आपको बता दे की धान की खेती पर्यावरण की दृष्टि से भी अच्छी मानी जाती है और इसमें पानी की आवश्यकता भी कम होती है. इस फसल की खेती उन क्षेत्र में भी आप कर सकते हैं जहां पर पैदावार कठिन होती है. आपको बता दे कि वहां से एक पेड़ नहीं बल्कि घास है.
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बस की खेती से किसान धान और गेहूं की खेती से मिलने वाले मुनाफे से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. बस की फसल 40 50 साल तक चलती है जिससे किसान को बार-बार बुवाई की जरूरत नहीं पड़ती. आपको बता दे बास का पौधा बहुउद्देशीय पौधा माना जाता है. बास से कई तरह के चीजों का निर्माण होता है और आप इससे काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं.
आक्सीजन के साथ मृदा स्वास्थ्य में होता है सुधार (Business Idea)
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि बांस तेजी से बढ़ने वाली फसल है और यह कार्बन डाइऑक्साइड को अधिक मात्रा में अवशोषित करती है. इसके अलावा, यह मिट्टी की गुणवत्ता को भी सुधारती है और भू-क्षरण को रोकती है. बांस की खेती में पानी की आवश्यकता धान और गेहूं की खेती की तुलना में काफी कम होती है. यह जल-संकट वाले क्षेत्रों के लिए एक आदर्श फसल है.
बलुई और दोमट मिट्टी है इसके लिए बेस्ट (Business Idea)
डॉक्टर एमपी गुप्ता के अनुसार बास की खेती को वैज्ञानिक तरीके से किया जाए तो काफी अच्छी मुनाफा हो सकती है. बस की खेती के लिए हल्की बलूई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है. जल निकासी की अच्छी व्यवस्था वाली भूमि में बस की अधिक पैदावार होती है.
बांस की कैसे करें रोपाई?(Business Idea)
डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि बांस के पौधों को मानसून के दौरान लगाना चाहिए. इससे पौधों को अच्छी वृद्धि के लिए पर्याप्त नमी मिलती है. बांस के पौधों को नर्सरी में तैयार किया जा सकता है. नर्सरी में तैयार पौधों को 8 से 10 महीने बाद मुख्य खेत में रोपा जाता है. शुरुआती 2 से 3 साल तक बांस के पौधों को नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, जैविक खाद और उर्वरकों का उपयोग करके मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना आवश्यक है.